नोएडा। जिले में डेंगू पैर पसारता जा रहा है। हालांकि कुछ अस्पतालों में नॉर्मल बुखार वालों को भी डेंगू बताने में डॉक्टर पीछे नहीं हट रहे। कई मरीजों की रिपोर्ट देखने को मिली। जिसमें अलग-अलग पैथोलॉजी लैब की विभिन्न रिपोर्ट है।
दूसरी ओर प्राधिकरण और जिला प्रशासन ने
डेंगू से बचाव और उसके लक्षण के बारे में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है।
अब तक पूरे जिले में मरीजों की कुल संख्या 300 के करीब पहुंच चुकी है। कई
सेक्टरों में जलभराव होने व नालियां अवरुद्ध होने से मच्छर के लार्वा तेजी
से बढ़ रहे हैं। लोगों में जागरूकता की कमी होना भी संक्रमण बढ़ाने के
लिए कारण है। इसे दूर करने की हर कोशिश की जा रही है। प्राधिकरण की ओर से
कई स्थानों पर होर्डिंग लगाए गए हैं। पिछले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या
तेजी से बढ़ रही है, जबकि पहले इक्का-दुक्का मरीज ही सामने आ रहे थे। जिला
अस्पताल में बुधवार को करीब 34 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। इनमें से
सत्रह मरीजों को डेंगू फीवर निकला। यहां अब तक करीब 86 मरीज थे। सत्रह नए
मरीज आने से अब 103 मरीज हो गए हैं। इसी तरह से ईएसआइ अस्पताल में भी अब तक
करीब 114 मरीज हो चुके हैं। जबकि जेपी अस्पताल में लगभग 50 मरीजों में
डेंगू की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू के 37 मरीज हैं। इस
प्रकार मरीजों की कुल संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई है। उधर, कैलाश
अस्पताल के मीडिया प्रभारी वीबी जोशी का कहना है कि इस सीजन में उन्होंने
मौसमी बुखार से पीडि़त करीब 200 मरीजों की लिस्ट स्वास्थ्य विभाग के पास
भेजी है। अब स्वास्थ्य विभाग इन मरीजों के सैंपल की जांच कराएगा। अभी तक
स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए अस्पतालों के सभी सैंपल सरकारी जांच में
पाजिटिव निकले हैं। अगर ये सैंपल भी पॉजिटिव निकले तो मरीजों की संख्या 500
के आंकड़े को भी पार कर सकती है। अभी तक हमने जांच के लिए जो सैंपल भेजे
थे वह सभी पॉजिटिव निकले हैं। जिला अस्पताल में इन सैंपल की जांच कराई गई
थी। हमारे पास कई अस्पतालों के सैंपल और आए हैं। इन्हें अब एनसीडीसी में
भेजने पर विचार किया जा रहा है। जरूरत है कि रिपोर्ट क्रॉस चेक कराई जाए।
ताकि जनता में इस भय व्याप्त न हो सके।
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