नोएडा। अगर हमें किसी देश के बारे में जानना हो तो हम दो ही चीज देखना पसंद करते हैं या तो वहां की संस्कृति या फिर वहां पर बनने वाली फिल्में। फिल्में जो हर समाज का एक आईना होता है जिसमें हम उस अक्स को देखना पसंद करते हैं जो हम देखना चाहते हैं और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की जहां तक बात हैं वहां हजारो लाखों लोग फिल्मों से जुड़े है
और उसकी विश्व में एक अलग पहचान है। बुल्गेरियन
फिल्म समारोह अभी छोटे पैमाने पर है और हमें अभी बहुत उंचे स्तर पर जाना
है, यह कहना था मारवाह स्टूडियो में आए बुल्गारिया के राजदूत पैटको डॉयकॉव
का। उन्होंने आगे कहा कि हमारे देष की जनसंख्या बहुत कम है इसलिए वहां
फिल्में भी बहुत कम बनाई जाती है लेकिन भारत का फिल्म उद्योग बहुत बड़ा है
इसलिए छात्रों के लिए अवसर भी बहुत सारे हैं इसलिए जितना यहां से सीख सकते
हो उतना आप लोग अपने गुरूजनों से सीख लो और मैं चाहता हूं कि हमारे देश के
छात्र भी यहां इस संस्थान में आकर शिक्षा लें। फिल्म निर्माता संग्राम
षिरके ने कहा कि मुझे यहां आप लोगों के सामने डर लग रहा है क्योंकि मैं
अपने आने वाली यंग इंडस्ट्री के सामने बैठा हूं आप में कई छात्र ऐसे होंगे
जिन्हें मैं मुंबई में मिलूंगा। फिल्म निर्माता धमेन्द्र मेहरा ने कहा
मेहनत का कोई विकल्प नहीं है आपकी प्रतिभा ही आपको आगे ले जाएगी। मारवाह
स्टूडियो के निदेषक संदीप मारवाह ने कहा अलग अलग देषों के फिल्म समारोह
कराने का हमारा लक्ष्य छात्रों को वहां की संस्कृति के बारे में जान सके
ताकि उनकी सोच विकसित हो और वह विश्व सिनेमा के बारे में जान सके। फिल्म
निर्माता राहुल मित्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी जिंदगी
को एंजाय करें क्योंकि यह समय दुबारा नहीं आएगा। इस अवसर पर अन्य
अतिथियों में कपिल गुप्ता, कलाकार विजय भाटिया व कृतिका व लेखक मुनावर भगत
उपस्थित हुए जिन्होंने छात्रों के साथ अपने अनुभव बांटे। अंत में आये हुए
सभी अतिथियों को संदीप मारवाह ने इंटरनेशनल फिल्म एंड टेलीविजन क्लब की
आजीवन सदस्यता प्रदान की। इस समारोह में बुल्गारिया की कई फिल्में दिखाई गई
जिसको देख कर छात्रों ने खूब एंजाय किया।
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